महाकुंभ का महत्व और तैयारी
महाकुंभ, जो कि विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, हर चार साल में आयोजित होता है। इस बार प्रदेश की योगी सरकार ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियाँ लगभग पूरी कर ली हैं। अनुमानित 45 करोड़ श्रद्धालु इस महाकुंभ में भाग लेकर स्नान करेंगे, इसीलिए सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
अंडर वॉटर ड्रोन का उपयोग
श्रद्धालुओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस महाकुंभ में पहली बार अंडर वॉटर ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह ड्रोन 24 घंटे पानी के अंदर हर गतिविधि पर नजर रखेगा। इसके माध्यम से हर संभावित खतरे का पता आसानी से लगाया जा सकेगा। अंडर वॉटर ड्रोन की तकनीक का यह इस्तेमाल निस्संदेह श्रद्धालुओं की सुरक्षा को और अधिक सुनिश्चित करेगा।
विस्मयकारी तकनीकी विशेषताएँ
अंडर वॉटर ड्रोन की सबसे खास बात यह है कि यह अंधेरे में भी लक्ष्य पर सटीक नजर रखने में सक्षम है। यह 100 मीटर गहराई तक जाकर सभी गतिविधियों की निगरानी कर सकता है। इसके अलावा, इसे किसी भी समय सटीक जानकारी प्रदान करने की क्षमता भी है, जो कि महाकुंभ के आयोजन में सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।