स्वधर्म का महत्व
मैं गर्व से कहता हूं कि मैं हिंदू हूं। हिंदू धर्म न केवल एक विश्वास प्रणाली है, बल्कि यह मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। एक कश्मीरी ब्राह्मण के रूप में, पूजा-पाठ मेरे दैनिक जीवन का अनिवार्य भाग है। जब मैं आरती करता हूं या मंत्र का जप करता हूं, तो मुझे अपना धर्म निभाने की सच्ची खुशी मिलती है।
भक्ति और साधना
बजरंगबली का भक्त होना मेरे लिए एक विशेष गौरव है। उनकी कृपा से मैं अपने जीवन के संघर्षों का सामना कर सकता हूं। जब तक मैं ज़िंदा रहूंगा, महादेव की पूजा करता रहूंगा क्योंकि उनके प्रति मेरी निष्ठा अटूट है। इस भक्ति ने मुझे शक्ति दी है और मुझे सच्चे मार्ग पर चलने में मदद की है।
आध्यात्मिकता और खेल
खेल पहले हमारी एकता और साहस का प्रतीक हैं। मैंने हमेशा विश्व कप के मैचों से पहले महामृत्युंजय मंत्र सुना है और हनुमान चालीसा पढ़ा है। ये प्रार्थनाएं केवल धार्मिकता का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि मुझे मानसिक शक्ति और एकाग्रता भी प्रदान करती हैं। खेल के मैदान में भाग लेते समय ये मंत्र मेरी आत्मा को सशक्त बनाते हैं।