ट्रेनों में कोचों का अनुपात
भारतीय रेलवे में ट्रेनों में कोचों का अनुपात काफी महत्वपूर्ण है। वर्तमान में, लगभग दो तिहाई कोच non-AC होते हैं, जबकि एक तिहाई AC कोच होते हैं। यह अनुपात यात्रियों की विविध आवश्यकताओं के अनुसार संतुलित किया गया है। ट्रेन यात्रा का एक महत्वपूर्ण पहलू जनरल कोच भी है, जिसे आम जनता द्वारा व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
जनरल कोच की बढ़ती मांग
समय के साथ, जनरल कोच की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। यह जनरल कोच उन यात्रियों के लिए हैं जो बजट में यात्रा करना पसंद करते हैं। रेलवे विभाग ने इस बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए 12,000 नए जनरल कोच बनाने की योजना बनाई है। यह निर्णय न केवल सुविधा प्रदान करने का एक प्रयास है, बल्कि यात्रियों की सुविधा और संतोष को बढ़ावा देने का भी है।
अतिरिक्त सामान्य कोच की संख्या
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रेलवे ने 900 अतिरिक्त जनरल कोच पहले ही ट्रेनों में जोड़ दिए हैं। इससे यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक विकल्प मिलते हैं और भीड़भाड़ से बचने में सहायता मिलती है। यह केवल संख्या में इजाफा नहीं है, बल्कि यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।