शेख हसीना का पहली बार सार्वजनिक संबोधन: अल्पसंख्यक संकट पर गंभीर टिप्पणी

शेख हसीना का संबोधन

देश छोड़ने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर बोलते हुए, बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा, “आज, मुझ पर नरसंहार का आरोप लगाया जा रहा है,” यह दर्शाते हुए कि वह अपने निष्कासन के बावजूद अपने प्रति लग रहे आरोपों का निरोध कर रही हैं।

यूनुस पर गंभीर आरोप

हसीना ने यूनुस को नरसंहार का मुख्य आर्किटेक्ट बताते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हिंदू, बौद्ध और ईसाई सभी अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया गया है। उनका कहना था कि 11 चर्चों को तोड़ा गया है, साथ ही मंदिरों और बौद्ध तीर्थ स्थलों पर भी हमले किए गए हैं।

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान खींचते हुए

शेख हसीना ने यह भी कहा कि जब हिंदुओं ने इस अत्याचार पर विरोध किया, तो इस्कॉन के नेता को गिरफ्तार किया गया, जो कि अल्पसंख्यक समुदायों के लिए एक बड़ा झटका है। यह बयान बांग्लादेश में अल्पसंख्यक अधिकारों के संकट पर एक गंभीर चर्चा का परिचायक है। हसीना का यह संबोधन बांग्लादेश में चल रही स्थिति को उजागर करता है और इस संकट पर सूचनाएँ साझा करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।


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